



- मुख्य अतिथि के रूप में उपायुक्त राम निवास यादव ने की शिरकत
- मेधा डेयरी प्लांट जिले का है गौरव पशुपालकों एवं आम जनता को मिल रहा है डेयरी का सीधा फायदा
- अधिक से अधिक पशुपालक किसान डेयरी से जुड़कर प्राप्त करें दूध का सही मूल्य: राम निवास यादव
साहिबगंज। महादेवगंज स्थित मेधा डेयरी साहिबगंज की ओर से आज मेधा डेयरी के कुछ नए प्रोडक्ट लॉन्च करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उपायुक्त रामनिवास यादव एवं पुलिस अधीक्षक अनुरंजन किस्पोट्टा ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शिरकत की। जहां उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक के अलावे उप विकास आयुक्त प्रभात कुमार बरदियार, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी सविता सिंह, जिला पशुपालन पदाधिकारी एवं अन्य गणमान्यों का विधिवत स्वागत किया गया। बता दें कि आज से मेधा डेयरी की ओर से कुछ नए प्रोडक्ट जैसे दही, मिष्टि दही, लस्सी, मट्ठा, गुलाब जामुन, एवं अन्य उत्पादों की लॉन्चिंग की गई। जहां पहले साहेबगंज में मेधा डेयरी द्वारा दूध की बिक्री की जा रही थी वही अब इनके नए उत्पाद भी बाजार में आने के लिए तैयार हो गए हैं।
इसी संबंध में उपायुक्त राम निवासी यादव ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि साहिबगंज के लिए यह बेहद गौरव का विषय है कि यहां डेयरी प्लांट खुला है एवं पशुपालकों किसानों और जनता को इसका सीधा फायदा पहुंच रहा है। उन्होंने बताया कि पूर्व में दूध के लिए उन्हें बाहरी जिलों पर आश्रित रहना पड़ता था परंतु अब पशुपालकों को उनके दूध की अच्छी कीमत मिल रही है बाजार में दूध की मांग को पूरा किया जा रहा है साथ ही जनता को अच्छे गुणवत्ता का दूध भी मिल रहा है।
उन्होंने जिले के पशुपालक किसानों से कहा कि वह भी अपने नजदीकी बीएमसी केंद्र में अपने दूध की बिक्री कर सकते हैं जिससे उन्हें दूध का सही मूल्य प्राप्त होगा और बाजार में दूध एवं दूध से बनी प्रोडक्ट की डिमांड को भी पूरा किया जा सकेगा। वहीं बाजार में जिले के दूध से बने अन्य उत्पाद की डिमांड बढ़ती है तो हम अन्य ज़िले एवं राज्यों को भी प्रोडक्ट सप्लाई करने में सक्षम होंगे और इसका सीधा फायदा पशुपालकों एवं किसानों को होगा।
उन्होंने बताया कि पहले दूध एवं पनीर का उत्पादन शुरू हो गया था आज इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए अन्य उत्पादों को लांच किया जा रहा है वहीं जिले में लगभग 8 मेघा के आउटलेट भी खोले गए हैं जिससे जनता आसानी से उन प्रोडक्टों को ले सकती है। इस दौरान उन्होंने कहां की कुछ प्रखंडों में बीएमसी केंद्रों की स्थापना भी की गई है साथ ही बचे हुए प्रखंडों में भी बीएमसी केंद्र की स्थापना की जाएगी एवं आवश्यकता आधारित विभिन्न व्यवस्थाओं को जिला प्रशासन के द्वारा भी सुनिश्चित किया जाएगा ताकि आने वाले दिनों में वृहद पैमाने पर पशुपालक अच्छे मूल्य पर अच्छी गुणवत्ता के दूध डेयरी को उपलब्ध कराएं और हम जिले के विकास को आपसी सहयोग एवं समन्वय से आगे बढ़ाएं।
कार्यक्रम में आगे उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में डेयरी प्लांट को 50 हजार लीटर तक क्षमता बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन संकल्पित है। इसके लिए मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना अंतर्गत पशुपालकों को गाय, भैंस, बकरी इत्यादि झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी योजना अंतर्गत 80% अनुदान पर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जैसे किसान के पशुपालन में आगे बढ़ना चाहते हैं वह निश्चित रूप से इन योजनाओं का लाभ ले।
इसके अलावे उन्होने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा 06 सहकारी समितियों को डीएमएफटी मद अंतर्गत कार्यालय सामग्री जैसे दूध के केन अलमीरा एवं अन्य सामग्रियां भी उपलब्ध कराया गया है।