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आदिवासियों ने धूमधाम से मनाया वाहा पर्व

  • भव्य मेले का हुआ आयोजन
  • वाहा पर्व प्रकृति एवं मनुष्य से सीधा जुड़ा हुआ पर्व है: ताला मरांडी

बरहरवा/साहिबगंज। आदिवासी समुदाय की होली कही जाने वाली वाहा पर्व धूमधाम से मनाई गई। बरहरवा प्रखंड क्षेत्र के रिसोड़ गांव में वाहा पर्व के अवसर पर मेला का भी आयोजन किया गया। वाहा पर्व मेला कार्यक्रम का उद्घाटन भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सह बोरियों के पूर्व विधायक ताला मरांडी, पाकुड़ के पूर्व विधायक वेनी गुप्ता एवं भाजपा पूर्व जिला अध्यक्ष पांचु सिंह ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया। उद्घाटन के पूर्व सभी अतिथियों का आदिवासी रीति रिवाज के साथ सोहराय नृत्य एवं गीत गाकर स्वागत किया गया।

इस दौरान मुख्य अतिथि विधायक ताला मरांडी ने कहा कि वाहा पर्व प्रकृति एवं मनुष्य से सीधा जुड़ा हुआ पर्व है। बाहा पर्व सृष्टि के सम्मान में मनाया जाता है। इसका प्रकृति एवं मानव के साथ सीधा संबंध है। इसी समय सभी पेड़ों में फूल आते हैं। वाहा का शाब्दिक अर्थ फूल होता है। इस पर्व में रंगों के जगह सिर्फ पानी का प्रयोग होता है। लोग पानी से होली खेलते हैं। 3 दिन तक चलने वाले वाहा पर्व हम लोग उत्साह से नाचते गाते हैं और आनंद मनाते हैं। वाहा पर्व में साल वृक्ष के फूलों का विशेष महत्व है इस फूल को जंगलों से तोड़कर लोग अपने अपने घरों में लाते हैं और वाहा पर्व मनाते हैं।

वहीं मेला कार्यक्रम के उद्घाटन कार्यक्रम के बाद उत्तर दिनाजपुर के कलाकारों के द्वारा संथाली सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया।

उक्त मेले में नगर पंचायत अध्यक्ष श्यामल दास, उपाध्यक्ष लोकेश कुशवाहा, सुशील मिश्रा, रिसोड़ पंचायत के मुखिया मंडल हांसदा, भरत हांसदा, सरकार टुडू,  पतान घोष, यासीन शेख के अलावे हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए।