



कोरोना के बाद एक और बीमारी संकट बनती नजर आ रही है. दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र समेत देश के कई राज्यों में H3N2 वायरस खतरा बढ़ गया है. इस वायरस से देश में अब तक 9 लोगों की जान चली गई है. इस वायरस का सबसे ज्यादा असर महाराष्ट्र में है. यहां अब तक स्वाइन फ्लू और H3N2 के कुल 352 मामले सामने आ चुके हैं, इनमें H3N2 से पीड़ित मरीज 58 मरीज हैं. इधर गुजरात के वडोदरा में भी H3N2 वायरस से 58 साल की एक महिला की मौत का दावा किया जा रहा है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
किस राज्य में क्या हाल
- दिल्ली के LNJP अस्पताल में 20 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है
- पुडुचेरी में एहतियात के तौर पर सभी स्कूल 16 से 26 मार्च तक बंद कर दिए गए हैं
- असम में भी बुधवार को H3N2 वायरस का एक मामला सामने आया है
- बिहार सरकार ने अस्पतालों को किया अलर्ट
- झारखंड में स्वास्थ्य विभाग कि एडवाइजरी जारी
महाराष्ट्र में वायरस से दो मौतों का दावा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महाराष्ट्र में इस वायरस से अब तक दो लोगों की मौत हुई है. इनमें अहमदनगर में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा एक युवक पिछले हफ्ते अपने दोस्तों के साथ घूमने के लिए अलीबाग गया था. वहां से लौटने के बाद उसकी तबीयत खराब होने लगी.
बिहार-झारखंड अलर्ट पर
बिहार में एक आधिकारिक मामले की पुष्टि हुई है. उसके बाद राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने एक एडवाइजरी जारी की है और डॉक्टरों से कहा है कि वे इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी वाले अस्पतालों में आने वाले मरीजों पर नजर रखें. वहीं कई राज्यों में इन्फ्लूएंजा A वायरस के सब वैरिएंट H1N3 और H1N1 के बढ़ते मामले के बाद झारखंड में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है. इससे निपटने की तैयारी करने का निर्देश दिया गया है.
इंफ्लूएंजा सैंपल्स में से लगभग 79% में H3N2 वायरस
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि लैब में टेस्ट किए गए इंफ्लूएंजा सैंपल्स में से लगभग 79% में H3N2 वायरस पाया गया है. इसके बाद 14% सैंपल्स में इंफ्लूएंजा बी विक्टोरिया वायरस पाया गया है और 7% में इंफ्यूएंजा ए H1N1 वायरस पाया गया है. H1N1 को आम भाषा में स्वाइन फ्लू भी कहा जाता है. मंत्रालय का कहना है कि मार्च एंड से H3N2 वायरस के मामले कम होने लगेंगे.
इंफ्लूएंजा को लेकर गाइलाइन
- इन्फ्लूएंजा के बारे में सामुदायिक जागरुकता बढ़ाने पर जोर
- मुंह और नाक को ढंकना, खांसने , छींकने वक्त रुमाल से नाक और मुंह को ढांके
- जहां-तहां थूकने से बचना
- भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क का प्रयोग करें
- भीड़ वाली जगहों में जाने से बचें
- आंखों और नाक को बार बार छूने से बचें
- हाथों की बार-बार साबुन और पानी से धोएं
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