



रांची: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी के घर पर दिल्ली पुलिस के जाने पर सियासी उबाल जारी है. झारखंड कांग्रेस से निष्कासित चल रहे आलोक दूबे, डॉ राजेश गुप्ता और लाल किशोर नाथ शाहदेव ने एक पीसी कर केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा और इसे प्रधानमंत्री की हताशा का परिचायक बताया. आलोक दूबे ने कहा भारत जोड़ो यात्रा के दौरान रास्ते में राहुल गांधी से मिलने वाली महिलाओं ने अपने दुख दर्द उत्पीड़न, अत्याचार को साझा किया और उसके आधार पर 45 दिनों के बाद राहुल गांधी के व्यक्तव्यों पर पुलिस भेजना कायरतापूर्ण और तानाशाही कार्रवाई नहीं तो और क्या है. केन्द्र सरकार अडानी मुद्दे से ध्यान भटकाने और राहुल गांधी की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है. विपक्ष को डराने और संसद का ध्यान जनमुद्दों से भटकाने के लिये ऐसा किया जा रहा है. लेकिन सच छिपाए नहीं छिपता. लाल किशोर नाथ शाहदेव ने कहा जब से 16 पार्टियों ने जेपीसी की मांग कि है और राहुल गांधी ने अडानी के मुद्दे पर प्रधानमंत्री जी को कटघरे में खड़ा किया है उसके बाद से उनकी बेचैनी साफ-साफ दिख रही है. राहुल गांधी के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई को लेकर झारखंड में भी विरोध के स्वर तेज किए जाएंगे और सड़कों पर उतर कर आंदोलन किया जाएगा.
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