



नई दिल्ली: अगर आप डिजिटल पेमेंट करते हैं तो फिर अप्रैल आपको ‘झुलसाने’ वाला है. यूपीआई से पमेंट करने की आदत आज आम लोगों को लग चुकी है. नोटबंदी के बाद कैश की जगह स्मार्टफोन ले ले लिया. लेकिन अब ये आदत आपको महंगी पड़ने वाली है. एनपीसीआई ने यूपीआई पेमेंट को लेकर सर्कुलर जारी किया है. जिसमें एक अप्रैल से यूपीआई से होने वाले मर्चेट पेमेंट पर पीपीआई चार्ज लगाने की सिफारिश की है. इसके बाद गूगल पे (Google Pay), फोन पे (PhonePe) पेटीएम (Paytm), अमेजान (AmazonPay) जैसी यूपीआई गेटवे से पेमेंट करेंगे तो आपको चार्ज देना पड़ सकता है.
2 हजार रु. से ज्यादा ट्रांजेक्शन पर लगेगा चार्ज
NPCI की तरफ से जारी सर्कुलर में 1 अप्रैल से 2,000 रुपये से ऊपर के लेनदेन पर 1.1 प्रतिशत का सरचार्ज लगाने का सुझाव दिया गया है. यह चार्ज मर्चेंट ट्रांजेक्शन यानी व्यापारियों को पेमेंट करने वाले ग्राहकों को देना होगा. आपको बता दें PPI में वॉलेट या कार्ड के जरिये होने वाला ट्रांजेक्शन आता है. आमतौर पर इंटरचेंज फीस कार्ड भुगतान से जुड़ा होता है. इसको लेनदेन को स्वीकार करने और लागत को कवर करने के लिए लगाया जाता है.
70 प्रतिशत UPI लेन-देन 2 हजार रु. से ज्यादा के
एक रिपोर्ट से पता चला है कि 70 प्रतिशत UPI लेन-देन 2,000 रुपये से ज्यादा के होते हैं. एनपीसीआई (NPCI) के सर्कुलर में कहा गया कि नियम को 1 अप्रैल से लागू किये जाने के बाद इसकी समीक्षा 30 सितंबर, 2023 से पहले की जाएगी.
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