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साहिबगंज में आजसू की बैठक, हेमंत सरकार के खिलाफ आंदोलन की रणनीति

साहिबगंज: कोटलपोखर स्थित राजबाड़ी में आजसू युवा नेता अफिफ अमसल की अध्यक्षता में आजसू बरहरवा और पाकुड़ प्रखंड कमेटी की बैठक हुई. बैठक में राज्य के नियोजन नीति, स्थानीय नीति, शेरशाहवादी प्रमाण पत्र निर्गत करवाने को लेकर आंदोलन की रणनीति तय की गई. बैठक में बारी-बारी से सभी पार्टी पदाधिकारियों ने आंदोलन की रूपरेखा और रणनीति पर अपने-अपने सुझाव दिये.

‘नाकामी छुपाने में लगी है सरकार’

अफिफ अमसल ने संबोधित करते हुए कहा कि मौजूदा राज्य सरकार प्रदेश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है. अपनी नाकामी को छुपाने के लिए कभी भाषा विवाद, कभी 1932 खतियान आधारित नियोजन नीति, 60-40 अनुपात में नियोजन नीति, कभी झारखंड से 10वीं – 12वीं पास का विवाद खड़ा कर अपनी सियासी रोटी सेंकने का काम कर रही है. जिसका आजसू पार्टी पुरजोर विरोध करेगा.

शेरशाहवादी जाति प्रमाण पत्र बंद

वहीं शेरशाहवादी प्रमाण पत्र के विषय में कहा कि वर्ष 2012-13 तक साहिबगंज और पाकुड़ जिला में नियमित रूप से यहां के शेरशाहवादी जाति के मुस्लिमों को शेरशाहवादी जाति प्रमाण पत्र निर्गत होता था. लेकिन अब एक साजिश के तहत यहां के पिछड़े मुस्लिमों को शेख जाति का प्रमाणपत्र निर्गत कराया जाता है. जिससे यहां के पिछड़े मुस्लिम वर्ग को आरक्षण का लाभ नहीं मिल पा रहा है. बैठक को मो. मुसब्बर और आजसू के कार्यकारी प्रखंड अध्यक्ष नवीन कुमार दुबे ने भी संबोधित किया.

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