



साहिबगंज: कुछ समय तक शांत रहने के बाद ईडी की धमक एक बार फिर से साहिबगंज में हुई है. एनजीटी और ईडी की 4 सदस्य संयुक्त टीम बुधवार को सड़क मार्ग से साहिबगंज पहुंची. इसके पहले खनन विभाग और मंडरो जिला अधिकारी को अलर्ट मोड में रखा गया था, ताकि ईडी और एनजीटी की टीम को आवश्यक जानकारी और कागजात मिल सके. टीम सबसे पहले खनन विभाग कार्यालय पहुंची, जिला खनन पदाधिकारी से आवश्यक जानकारी लेने के बाद कई महत्वपूर्ण कागजातों को भी खंगाला, टीम ने खनन कार्यालय से निकलकर जिले के मंडरो प्रखंड अंतर्गत मारी कुट्टी मौजा में संचालित कुछ क्रशर प्लांटों का जायजा लिया. बताया जाता है कि टीम ने वहां पत्थर व्यवसाई छोटू यादव का क्रशर प्लांट और खदानों की जांच पड़ताल की, बता देें कि बीते 8 जुलाई से ईडी की टीम साहिबगंज में लगातार छापेमारी कर रही है.इस दौरान साहिबगंज जिले के लगभग डेढ़ दर्जन लोगों के ठिकाने पर छापेमारी कर चुकी है. ईडी के द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध खनन समेत अन्य मामलों को लेकर लगभग एक दर्जन से अधिक लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है. मामले में पंकज मिश्रा और सकरी के व्यवसाई बच्चू यादव को ईडी जेल भेज चुकी है. सामाजिक कार्यकर्ता अरशद नसर की ओर से एनजीटी में जारी जनहित याचिका के आलोक में हुई सुनवाई के बाद एनजीटी ने साहिबगंज जिले में हुए अवैध खनन के मामले को ईडी को सौंपा है. ऐसे में समझा जाता है कि उसी जांच के सिलसिले में दबिश बढ़ाने के लिए एनजीटी और ईडी की संयुक्त टीम साहिबगंज पहुंची है. टीम में ईडी के झारखंड प्रभारी ऋषिकेश पांडेय के अलावा एनजीटी के संथाल परगना सेक्शन इंचार्ज राजीव कुमार सिन्हा समेत अन्य शामिल है.