



रांची: साइबर अपराधियों पर अपराध अनुसंधान विभाग का शिकंजा कसा है. सीआईडी रांची ने 4 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से 11 मोबाइल फोन, 25 सिमकार्ड, 14 पासबुक/चेकबुक, 19 एटीएम कार्ड, 3 लैपटॉप, एक स्वाईप मशीन, एक स्कैनर, एक राउटर और 21,550 रुपये नगद बरामद हुए हैं. गिरफ्तार अभियुक्तों में मोहन साव उम्र 28 वर्ष गांडेय, गिरिडीह. दूसरा गोपाल सिंह उम्र 28 साल जगरनाथपुर, रांची. तीसरा अमर प्रताप सिंह उर्फ शुभम 29 वर्ष कांके, रांची. और चौथा सपन कुमार सिन्हा 39 साल, कोर्रा थाना हजारीबाग का रहने वाला है. गिरफ्तार मोहन साव पर गिरिडीह के विभिन्न थानों में कई कांडों में पहले से मामले दर्ज हैं.
कैसे करते थे ठगी ?
ये लोग विभिन्न बैंकों के केवाईसी अपडेट कराने को लेकर लोगों को मैसेज भेजते थे, फिर लिंक पर उपभोक्ता द्वारा क्लिक करने पर बैंक का फेक इंटरनेट बैंकिंग एप फोन पर स्टाल हो जाता है. इसपर लॉगिंग करते ही साइबर शातिर डैश बोर्ड के माध्यम से लॉगिंग आईडी, पासवर्ड और सारा डाटा इकठ्ठा कर लेते हैं.
डेटिंग और एस्कॉर्ट सर्विस
गिरफ्तार अभियुक्त पोर्नोग्राफी, डेटिंग वेबसाइट, फेसबुक पेज बनाकर उसमें विज्ञापन डालकर भी लोगों को चूना लगाते थे. वेबसाइट और एफबी पेज पर लड़के लड़कियों को डेटिंग और एस्कॉर्ट सर्विस के लिये फर्जी मोबाइल नंबर डालते थे और जब लोग इनसे संपर्क करते थे तो रजिस्ट्रेशन और एडवांस के नाम पर उनसे पैसों की ठगी की जाती थी.
ये सावधानियां अपनाकर साइबर ठगी से बचें
- किसी भी अज्ञात फोन कॉल पर अपनी कोई निजी जानकारी शेयर ना करें.
- किसी अज्ञात नंबर से आए मैसेज के लिंक पर क्लिक ना करें.
- गूगल प्ले स्टोर का प्रयोग करने से पहले गूगल प्ले प्रोटेक्ट की सुविधा का प्रयोग करें.
- बैंकिंग से संबंधिक किसी भी एपलिकेशन पर संदेह होने पर नजदीकी की बैंक शाखा से संपर्क करें.
- गूगल पर दिये गए किसी कस्टमर केयर नंबर/ हेल्पलाइन पर भरोसा ना करें.
- साइबर अपराध के शिकार होने पर हेल्पलाई नंबर 1930 या www.cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें.
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