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जमशेदपुर में धारा-144 लागू, इंटरनेट बंद, भारी संख्या में फोर्स की तैनाती

जमशेदपुर: धार्मिक झंडा में मांस बांधने के बाद शुरु हुआ विवाद हिंसक हो गया. कदमा शास्त्रीनगर ब्लॉक नंबर दो में इसको लेकर शनिवार रात दो पक्षों में हुई हिंसक झड़प हुई. रविवार को इसने हिंसा का रुप ले लिया उपद्रवियों ने कई दुकानों में आग लगा दी और एक-दूसरे पर जमकर पत्थरबाजी की. ह दुकानें, दो बाइक जला दी गईं. करीब तीन घंटे तक चली पत्थरबाजी में एसएसपी प्रभात कुमार समेत कई पुलिसकर्मी घायल हुए. पुलिस ने पत्थरबाजी और हंगामा कर रहे 60 से ज्यादा युवकों को हिरासत में लिया है. पुलिस ने भी हवाई फायरिंग की. रात 9 बजे के करीब रैफ की तीन कंपनियां पहुंची. जिसके बाद रैफ और जिला पुलिस के जवानों ने पत्थरबाजों को खदेड़ा और लाठियां भांजी. पड़ोसी जिले सरायकेला और चाईबासा से चार सौ फोर्स मंगाए गए हैं. वहीं जैप-6 के जवानों की भी तैनाती की गई है. देर रात तक स्थिति तनावपूर्ण बनी रही. जिसके बाद प्रशासन ने धारा-144 लागू कर दिया. साथ ही पूरे शहर में इंटरनेट सेवाल भी अगले आदेश तक बंद कर दी गई हैं. चप्पे-चप्पे पर जवानों की तैनाती है. फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है.

कहां से शुरु हुआ विवाद ?

शनिवार की रात किसी असामाजिक तत्व ने कदमा शास्त्रीनगर ब्लॉक नंबर दो में लगे एक धार्मिक झंडे पर पॉलिथिन में भरा मांस भर दिया. जानकारी के बाद हिंदू संगठनों का जुटान शुरु हो गया. दो घंटे के हंगामें के बाद मामला शांत हुआ. रविवार शाम इसको लेकर हनुमान मंदिर में विभिन्न संगठनों की बैठक हुई, जिसमें कथित पत्थरबाजी हुई और भगदडड़ जैसे हालात बन गए. फिर दोनों तरफ से पत्थर चलने लगे.

जिला प्रशासन की लोगों से अपील

एसएसपी प्रभात कुमार और उपायुक्त विजया जाधव ने कहा कि कुछ असामाजिक तत्वों ने सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने की कोशिश की है. प्रशासन पूरी स्थिति पर नजर रख रहा है. उन्होंने लोगों से किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान नहीं देने की अपील की है और शांति बनाए रखने में प्रशासन का सहयोग करने को कहा है.

बता दें कदमा शास्त्रीनगर का ये इलाका काफी संवेदनशील है, छोटे-मोटे विवाद में भी यहां पर तनावपूर्ण माहौल बन जाता है. स्थानीय लोगों की मांग है कि प्रशासन यहां पर पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगवाए.