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महाराष्ट्र में NCP में टूट की खबर के बीच शरद पवार से मिले संजय राउत, उद्धव से कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल ने की मुलाकात

मुंबई: अगले साल होने जा रहे लोकसभा और विधानसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र की राजनीति में फिर से हलचल तेज हो गई है. इस बार खबर शरद पवार की पार्टी एनसीपी से जुड़ा है. दावा किया जा रहा है कि शरद पवार के भतीजे अजीत पवार बीजेपी के खेमे में जाने के लिये तैयार हैं वो भी पार्टी के 53 में से 30-35 विधायकों के साथ. जिन नेताओं का अजीत पवार को समर्थन हैं उनमें प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे, छगन भुजबल, धनंजय मुंडे जैसे प्रमुख चेहरे शामिल हैं. वहीं प्रदेश एनसीपी अध्यक्ष जयंत पाटिल और जितेंद्र अवध बीजेपी से हाथ मिलाने के पक्ष में नहीं हैं. अजीत पवार पिछले कुछ महीनों से देवेंद्र फडणवीस की आलोचना करने से भी बचते रहे हैं.

संजय राउत ने की शरद पवार से मुलाकात

शिवसेना उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने शरद पवार से मुलाकात के बाद कहा कि पावर साहब ने यह कहा है कि अब शिवसेना जिस तरह से तोड़ी गई है, CBI, ED या EOW का दबाव डालकर NCP तोड़ने की कोशिश हो रही है लेकिन पार्टी BJP के साथ नहीं जाएगी. हां किसी की व्यक्तिगत रूप से इच्छा हो तो वो पार्टी छोड़ सकते हैं, यह उनका निजी निर्णय होगा. यानि पार्टी में टूट के इस संकेत से पार्टी प्रमुख शरद पवार भी वाकिफ हैं.

एक नहीं दो सियासी विस्फोट होंगे- सुप्रिया 

इधर अजित पवार के बीजेपी में शामिल होने की अटकलों के बीच एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने भी बड़ा दावा किया है. सुप्रिया सुले ने कहा है कि अगले दो हफ्ते में दो बड़े सियासी विस्फोट होंगे. एक दिल्ली में और दूसरा महाराष्ट्र में.

इधर उद्धव ठाकरे से मिले कांग्रेस के सचिव

इस बीच कांग्रेस जनरल सेक्रेटरी केसी वेणुगोपाल ने मुंबई में उद्धव ठाकरे से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि वेणुगोपाल ने कहा कि हमारे बीच मतभेद हो सकता है, कांग्रेस, सेना और NCP की विचारधारा में फर्क हो सकता है, लेकिन इस वक्त देश बड़ी मुश्किलों से जूझ रहा है, ऐसी मुश्किलें हमने पहले कभी नहीं देखी थीं. इसलिए हमने इन सभी मुद्दों पर चर्चा की और इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि हमें साथ मिलकर इन लोगों के खिलाफ लड़ना है. वहीं उद्धव ठाकरे ने कहा कि जब हम दोस्ती निभाते हैं, वो दोस्ती नहीं, रिश्ता होता है. हमने 25 साल बीजेपी का साथ दिया, लेकिन उन्हें समझ नहीं आया कि दोस्त कौन है और दुश्मन कौन.