



गोवा: एससीओ (SCO) की दो दिवसीय बैठक गुरुवार को गोवा में शुरू हो गयी है. बैठक की अध्यक्षता भारत के विदेश मंत्री डॉ सुब्रह्मण्यम जयशंकर कर रहे हैं. एससीओ (SCO) में शामिल सभी देशों के विदेश मंत्रियों के साथ एस. जयशंकर द्विपक्षीय वार्ता कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ‘एससीओ अध्यक्ष के रूप में हमने एससीओ पर्यवेक्षकों और संवाद भागीदारों को 14 से अधिक सामाजिक-सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए आमंत्रित करके उनके साथ एक अभूतपूर्व जुड़ाव शुरू किया है.’ एक्सटर्नल अफेयर्स मिनिस्टर जयशंकर ने कहा एससीओ (SCO) की भारत की पहली अध्यक्षता करते हुए उन्हें बहुत हर्ष है. भारत एससीओ की अध्यक्षता के तहत बहुपक्षीय सहयोग से विकास, शांति और स्थिरता को बहुत महत्व देता है. बता दें कि भारत की अध्यक्षता में 100 से अधिक बैठक कर रहा है और कार्यक्रम में 15 मंत्री स्तरीय बैठक शामिल हैं. एससीओ (SCO) में भारत सहित चीन, पाकिस्तान, रूस, किर्गिस्तान, कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान और ताजिकिस्तान शामिल है.
जयशंकर ने उठाया आतंकवाद का मामला
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आतंकवाद का मुद्दा उठाते हुए कहा आतंकवाद का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. हमारा दृढ़ विश्वास है कि आतंकवाद का कोई औचित्य नहीं हो सकता है और इसे सीमा पार आतंकवाद सहित इसके सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में रोका जाना चाहिए. आतंकवाद का मुकाबला करना एससीओ के मूल जनादेशों में से एक है. उन्होंने कहा की टेरर फंडिंग रोकने की जरूरत है.
बिलावल भुट्टो जरदारी का किया स्वागत
विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने गोवा में विदेश मंत्रियों की एससीओ (SCO) परिषद की बैठक के लिए पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी का स्वागत किया. बता दें कि 2011 के बाद पहली बार पाकिस्तान का कोई मंत्री भारत का दौरा कर रहा है. 12 साल पहले आखिरी बार उस वक़्त की पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने भारत का दौरा किया था.
चीन के विदेश मंत्री सहित एससीओ (SCO) देशों के मंत्रियों का किया स्वागत
डॉ. एस जयशंकर ने गोवा में एससीओ विदेश मंत्रियों की परिषद की बैठक के लिए चीनी विदेश मंत्री किन गैंग के साथ साथ किर्गिस्तान, कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान और ताजिकिस्तान के विदेश मंत्रियों का स्वागत किया. चीन के विदेश मंत्री किन गैंग के साथ बैठक के बाद भारतीय विदेश मंत्री ने भारत-चीन सीमा विवाद को सुलझाने की बात कही.