



रांची: सत्तू…बिहार, झारखंड के लोगों के लिये ये कई अनजाना नाम नहीं है. एक तरह से सत्तू बिहारियों की पहचान सी भी है. लेकिन क्या आपको पता है ये सत्तू है कितने फायदे की चीज? ये पेट को ठंडा रखता है, पाचन क्रिया को दुरुस्त रखता है. इसके सेवन से प्यास कम लगती है. गर्मी के दिनों में शरीर को ठंडा और हाइड्रेट रखने के लिए हम कई तरह की शर्बत पेय पदार्थों का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन अगर आप सत्तू के शरबत का सेवन करते हैं, तो यह सेहत के लिए बेहद गुणकारी होता है. गर्मी के दिनों में सत्तू के शरबत का सेवन करने से पेट को ठंडक पहुंचती है और शरीर हाइड्रेट रहता है. साथ ही सत्तू पोषक तत्वों से भी भरपूर होता है. सत्तू में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर और आयरन जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं और शरीर को स्वस्थ रखते हैं.
पेट के लिए फायदेमंद, मिलती है ठंडक
गर्मी के दिनों में पेट से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती है, ऐसे में अगर आप सत्तू के शरबत का सेवन करते हैं, तो यह फायदेमंद होता है. क्योंकि इससे पेट को ठंडक पहुंचती है और एसिडिटी, गैस, कब्ज जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है. गर्मी के दिनों में अगर आप रोजाना नियमित रूप से सत्तू के शरबत का सेवन करते हैं, तो इससे लू से बचाव होता है. साथ ही शरीर हाइड्रेट रहता है और शरीर को ठंडक पहुंचती है.
ब्लड शुगर रहता है कंट्रोल में
सत्तू का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जो डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है. डायबिटीज के मरीज अगर नियमित रूप से सत्तू के शरबत का सेवन करते हैं, तो इससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहता है.
सत्तू से मिलती है एनर्जी, वजन होता है कम
गर्मी के दिनों में अगर आप रोजाना नियमित रूप से सत्तू के शरबत का सेवन करते हैं, तो इससे कमजोरी महसूस नहीं होती है. क्योंकि इसमें मौजूद प्रोटीन और आयरन जैसे तत्व शरीर को एनर्जेटिक रखने में मदद करते हैं. वहीं अगर आप अपना वजन कम करना चाहते हैं, तो आपके लिए सत्तू का शरबत बेहद फायदेमंद हो सकता है. इसमें कैलोरी की मात्रा कम और फाइबर की अधिक होती है, जो वजन को कम करने में मदद करता है.
सत्तू खाने की तरीके अनेक
भूने हुए चने की दाल से बने सत्तू को लोग मीठी या नमकीन शर्बत की तौर पर पीते हैं. तो नमक-मसाले के साथ प्याज मिलाकर भी इसको खाया जाता है. पराठे-पुड़ी में भरकर बनाया जाता है तो वहीं इसके लड्डू भी बनते हैं. कुछ लोग सत्तू को सूखे ही खाना भी पसंद करते हैं. यानि सत्तू को आप जैसे भी हो अपनी पसंद के मुताबिक खा-पी सकते हैं.
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