



रांची: गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव को जेल भेज दिया गया है. एटीएस की रिमांड अवधि पूरी होने के बाद विशेष अदालत में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में लेते हुए जेल भेज दिया गया. अमन श्रीवास्तव गैंगस्टर सुशील श्रीवास्तव का बड़ा बेटा है. पिता की हत्या किए जाने के बाद वह अपराध की दुनिया में आया. लंबे समय से वह पुलिस की गिरफ्त से बाहर चल रहा था. उसे 16 मई को गिरफ्तार किया गया. मुंबई में पेशी के बाद रांचीय लाया गया. ट्रांजिट रिमांड की अवधि खत्म होने से पहले उसे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 18 मई को एटीएस अदालत में पेश किया गया था, जहां से उसे जेल भेज दिया गया था। इसके बाद एटीएस को अमन श्रीवास्तव को 6 दिनों की रिमांड पर भेजा गया. एटीएस ने उससे मुख्यालय ले जाकर पूछताछ की है.
पिता की हत्या के बाद आया अपराध की दुनिया में
अमन श्रीवास्तव पर पतरातू, बालूमाथ, चंदवा, खलारी, मांडू, गिद्दी, बड़कागांव के थानों में कुल 23 मामले दर्ज हैं. जिसमें हत्या के 2, हत्या की कोशिश के 4, रंगदारी के 13 आर्म्स एक्ट के दो केस शामिल हैं. पिछले 7-8 वर्षों से आतंक का पर्याप्त रहा अमन श्रीवास्तव, राज्य के कोयला उत्खनन और विकास योजनाओं में लगी कंपनियों और कारोबारियों के बीच डर का माहौल बना कर लगातार रंगदारी की मांग करता था. फायरिंग और हिंसक घटनाओं को अंजाम देता था. इसको लेकर व्यापारियों और आम जनता के बीच खौफ का माहौल था. अमन तेलंगाना, महाराष्ट्र ,आंध्र प्रदेश, गुजरात और मध्य प्रदेश में ठिकाना बना कर अपनी कार्रवाई अंजाम दे रहा था. इसकी गिरफ्तारी को लेकर झारखंड पुलिस काफी दिनों से कोशिश कर रही थी. जिसके बाद जिम्मेदारी एटीएस झारखंड को दी गई. एटीएस उसकी गतिविधियों का विश्लेषण करने के बाद उसके मुंबई में होने की सूचना मिली. जिसके बाद झारखंड से एक टीम मुंबई भेजी गई 15 मई की शाम को उसे महाराष्ट्र पुलिस की सहयोगी से गिरफ्तार किया गया.
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